भारतीय सेना के अमूल्य 'राष्ट्र रक्षा सूत्र; Indian Army Slogans
भारतीय सेना की गिनती दुनिया के सबसे पेशेवर सेना में होती है। भारतीय सेना अपने युद्ध कौशल और चुनौतीपूर्ण कार्यों को सरलता के साथ करने के लिए विख्यात है। चाहे युद्ध का मैदान हो या आपदाओं से निपटना हो ,हर जगह भारतीय सेना ने अपनी सर्वश्रेष्ठता सिद्ध की है।
भारतीय सेना की स्थापना 1 अप्रैल , 1895 में हुई थी | वर्तमान में भारतीय सेना के पास 12.5 लाख सक्रीय सैनिक और लगभग इतने ही सुरक्षित सैनिक है। भारतीय सेना अब तक पाकिस्तान की सेना को चार बार हरा चुकी है। भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर भारत के राष्ट्रपति होते हैं। भारतीय सेना के मुख्य तीन अंग हैं -
थल सेना ,वायु सेना और नौ सेना।
भारत के चीफ डिफेन्स ऑफ़ स्टाफ - विपिन रावत
भारत के थल सेना अध्यक्ष - मुकुंद नरवणे
भारत के नौ सेना अध्यक्ष - एडमिरल करमवीर सिंह
भारत के वायु सेना अध्यक्ष - राकेश सिंह भदौरिया
भारतीय सेना दुर्गम इलाकों में अपने युद्ध कौशल और सटीक रणनीति के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। अभी हाल ही में कई सर्जिकल स्ट्राइक करके विश्व भर में अपनी वीरता का परिचय दिया। जो विशेष रूप से आतंकवादियों को खत्म करने के अभियान से जुड़ा हुआ था।
भारतीय सेना की चर्चा हम सबसे पहले इनके महत्वपूर्ण वाक्यों से शुरु करेंगे।
भारतीय सेना के सर्वश्रेष्ठ अनमोल वचन:
इन्हें पढकर सबों को गर्व की अनुभूति होती है...हमारा आत्मविश्वास और सेना के प्रति निष्ठा में वृद्धि होती है।
: भारतीय सेना के अमूल्य 'राष्ट्र रक्षा सूत्र :
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हमारा झंडा इसलिए नहीं लहराता क्योंकि हवा चल रही होती है, बल्कि यह हर उस जवान की आखिरी सांस से लहराता है जो इसकी रक्षा में अपने प्राणों का त्याग कर देता है |
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" हमारा झण्डा इसलिए नहीं फहराता कि हवा चल रही होती है, ये हर उस जवान की आखिरी साँस से
फहराता है जो इसकी रक्षा में अपने प्राणों का उत्सर्ग कर देता है।"
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" हमें पाने के लिए आपको अवश्य ही अच्छा होना होगा, हमें पकडने के लिए आपको तीव्र होना होगा,
किन्तु हमें जीतने के लिए आपको अवश्य ही बच्चा होना होगा।"
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" आतंकवादियों को माफ करना ईश्वर का काम है, लेकिन उनकी ईश्वर से मुलाकात करवाना हमारा
काम है।"
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" इसका हमें अफसोस है कि अपने देश को देने के लिए हमारे पास केवल एक ही जीवन है।"
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कैप्टन विक्रम बत्रा ( परम वीर चक्र )
" मैं तिरंगा फहराकर
वापस आऊंगा या फिर तिरंगे में लिपटकर आऊंगा, लेकिन मैं वापस अवश्य आऊंगा।"
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लेह-लद्दाख राजमार्ग पर साइनबोर्ड (भारतीय सेना)
" जो आपके लिए
जीवनभर का असाधारण रोमांच है, वो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी है। "
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कैप्टन मनोज कुमार पाण्डे
परम वीर चक्र, 1/11 गोरखा राइफल्स
" यदि अपना शौर्य
सिद्ध करने से पूर्व मेरी मृत्यु आ जाए तो ये मेरी कसम है कि मैं मृत्यु को ही मार
डालूँगा।"
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" हमारा जीना हमारा
संयोग है, हमारा प्यार हमारी पसंद है, हमारा मारना हमारा व्यवसाय है।"
हमारा जीना हमारा संयोग है, हमारा प्यार हमारी पसंद है, दुश्मन को मारना हमारा जुनून है
" यदि कोई व्यक्ति
कहे कि उसे मृत्यु का भय नहीं है तो वह या तो झूठ बोल रहा होगा या फिर वो इंडियन आर्मी का गोरखा जवान ही होगा।"
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शहीद स्मारक कोहिमा
जब आप घर जायें,उन्हें हमारे बारे में जरूर कहना। आपके कल के लिए,हमने अपना आज दिया है
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“कारगिल विजय दिवस की जीत पर
तू शहीद हुआ,तो न जाने, कैसे तेरी माँ सोयी होगी ,लेकिन एक बात तो तय है कि ...तुझे लगने वाली गोली भी,सौ बार रोयी होगी।
भारतीय सेना के बारे में और जानने के लिए हमारे ब्लॉग के साथ जुड़े रहे.....आगे हम इनके पराक्रम से जुडी बातों की विस्तृत चर्चा करेंगे।
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